Dustbin Loves

इन्तहा प्यार की

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हमारी सिसकियों पे उनके,
पावँ थिरक जायें तो काफी है ,
तमाशा जान दर्द को मेरे,
वो जरा जो मुस्कुराएँ तोह काफी है.

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